PNB Bank Rules: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंकों में शामिल पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा झटका देने वाली घोषणा की है। 1 अक्टूबर 2025 से बैंक की लॉकर सेवाओं के नियम बदलने वाले हैं। इस बदलाव का सीधा असर लॉकर किराए पर पड़ेगा। यानी अब ग्राहकों को अपनी कीमती संपत्ति और दस्तावेज सुरक्षित रखने के लिए पहले से ज्यादा शुल्क देना होगा।

छोटे लॉकर पर नया असर
- ग्रामीण क्षेत्र: सालाना शुल्क 1000 रुपये ही रहेगा, यहां ग्राहकों को कोई अतिरिक्त बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
- सेमी अर्बन क्षेत्र: 1250 रुपये से बढ़कर अब 1500 रुपये (20% ज्यादा) देना होगा।
- अर्बन और मेट्रो क्षेत्र: शुल्क 2000 रुपये पर यथावत रहेगा।
यह भी देखें- SBI Youth India Program 2025: युवाओं के लिए शानदार मौका! हर महीने मिलेगा 16,000 का स्टाइपेंड, तुरंत आवेदन करें
मध्यम आकार लॉकर की नई दरें
- ग्रामीण क्षेत्र: 2200 रुपये से बढ़कर 2500 रुपये (300 रुपये की बढ़ोतरी)।
- सेमी अर्बन क्षेत्र: अब 3000 रुपये देना होगा, जो पहले 2500 रुपये था।
- अर्बन क्षेत्र: 3500 रुपये से बढ़कर 4000 रुपये।
- मेट्रो सिटी: यहां भी शुल्क 4000 रुपये हो गया है, जो पहले 3500 था।
बड़े लॉकर पर सबसे ज्यादा बोझ
- ग्रामीण क्षेत्र: 2500 रुपये से सीधा 4000 रुपये (60% की बढ़ोतरी)।
- सेमी अर्बन क्षेत्र: 3000 रुपये से बढ़कर 5000 रुपये।
- अर्बन क्षेत्र: 5500 रुपये से बढ़कर 6500 रुपये।
- मेट्रो सिटी: 5500 से बढ़कर 7000 रुपये सालाना शुल्क।
बदलाव की वजह
PNB ने इस निर्णय के पीछे कई कारण बताए हैं:
- सुरक्षा बढ़ाने के लिए नई तकनीक और मॉनिटरिंग सिस्टम की लागत में वृद्धि।
- ऑपरेशनल खर्च और महंगाई।
- कई वर्षों से लॉकर किराए में बदलाव न होना।
ग्राहकों की जेब पर असर
इस फैसले का सीधा प्रभाव मध्यम वर्गीय और व्यापारी परिवारों पर पड़ेगा। खासतौर पर बड़े लॉकर वाले ग्राहक अधिक शुल्क से प्रभावित होंगे। त्योहार और शादी के मौसम में जब लॉकर की मांग अधिक बढ़ती है, तब यह किराया और बड़ा बोझ लग सकता है।
अन्य बदलाव
- स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन और पेमेंट इंस्ट्रक्शन चार्ज में भी बदलाव होगा।
- नॉमिनेशन प्रक्रिया के नए नियम लागू किए जा रहे हैं।
- बैंक का लक्ष्य डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को और सशक्त बनाना है।
ग्राहकों के लिए सुझाव
- लॉकर धारक अपनी नवीनीकरण तिथि समय पर जांच लें।
- अगर आगामी महीनों में नवीनीकरण है तो बढ़ी हुई दरों के हिसाब से रणनीति तैयार करें।
- अन्य बैंकों की लॉकर दरों से तुलना करें।
- अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से उपयुक्त लॉकर आकार चुनें।