भारत में चाय सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा है। सुबह हो या शाम, स्टेशन हो या दफ्तर, चाय के बिना दिन की शुरुआत अधूरी लगती है। यही वजह है कि चाय का बिजनेस ऐसा काम है, जो कभी घाटे में नहीं जाता। खास बात यह है कि इसमें न ज्यादा निवेश चाहिए, न ही कोई बड़ी डिग्री – बस मेहनत और हिम्मत की जरूरत है।

क्यों है चाय बिजनेस खास
- हर जगह इसकी डिमांड रहती है, चाहे गांव हो या शहर।
- 24 घंटे तक इसकी बिक्री संभव है।
- ग्राहक वर्ग बेहद व्यापक है – मजदूर से लेकर ऑफिस कर्मचारी तक हर कोई चाय पसंद करता है।
- मौसम कोई भी हो, चाय की खपत पर खास असर नहीं पड़ता।
निवेश कितना करना होगा
अगर आप सड़क किनारे या बाजार में चाय का स्टॉल लगाते हैं तो शुरुआत के लिए लगभग ₹10,000 से ₹15,000 का खर्च शामिल होता है। इसमें ये सामान शामिल होंगे:
- गैस सिलेंडर व चूल्हा
- बर्तन और गिलास
- दूध, चायपत्ती, चीनी व अन्य कच्चा माल
अगर आपके पास थोड़ा ज्यादा बजट है तो आप छोटी सी दुकान किराए पर लेकर इसे और आकर्षक तरीके से चला सकते हैं।
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कमाई का अंदाजा
चाय बनाने की लागत और कमाई पर नजर डालें:
- एक कप चाय का खर्च: ₹3–₹4
- वही कप चाय की बिक्री कीमत: ₹10
- प्रतिदिन बिक्री: 150–200 कप
- रोजाना कमाई: ₹1,000–₹1,200
- मासिक अनुमानित आय: ₹30,000 से ₹40,000
नीचे एक सरल तालिका देखें:
विवरण | अनुमानित आंकड़ा |
---|---|
प्रति कप खर्च | ₹3–₹4 |
प्रति कप बिक्री मूल्य | ₹10 |
रोजाना बिक्री | 150–200 कप |
रोजाना कमाई | ₹1,000–₹1,200 |
मासिक कमाई | ₹30,000–₹40,000 |
आगे बढ़ने के मौके
जब आपका स्टॉल या दुकान अच्छा चलने लगे, तब आप अपनी आय बढ़ाने के लिए स्नैक्स और फास्ट फूड भी शामिल कर सकते हैं।
- समोसा, पकोड़ा, ब्रेड पकोड़ा
- मैगी, सैंडविच, बिस्कुट
- ठंडे पेय और बॉटल ड्रिंक्स
धीरे-धीरे आप ब्रांडिंग कर इसे मिनी कैफे का रूप भी दे सकते हैं।